शैक्षणिक

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अंतर्राष्ट्रीय छात्र प्रकोष्ठ

के.ति.शि.सं. की प्रतिष्ठा और महिमा देश की सीमाओं को पार कर गई है और अब यह बौद्ध धर्म, तिब्बती विज्ञान और संबद्ध विषयों पर शोध करने के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में स्थापित हो गया है। इसी आकर्षण से अनेक अंतरराष्ट्रीय शोध विद्वान और अनुसंधानकर्ता परिसर में रहते हैं। संस्थान और अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों के बीच अनगिनत सहयोग हुए हैं जिसके परिणामस्वरूप प्रसिद्ध लेख और पुस्तकें प्रकाशित हुईं। संस्थान फुलब्राइट और अन्य छात्रवृत्ति कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदार है। अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन स्टडीज (एआईआईएस) अपने विद्वानों को के.उ.ति.शि.सं. में अध्ययन करने के लिए छात्रवृत्ति प्रदान करता है।

के.उ.ति.शि.सं. एकमात्र ऐसा संस्थान है, जिसके पास सक्रिय तीस वर्षों के अंतर्राष्ट्रीय विनिमय कार्यक्रम का इतिहास है। परम पावन दलाई लामा की प्रेरणा से प्रोफेसर जे गारफील्ड, प्रोफेसर रॉबर्ट थुरमन जैसे प्रसिद्ध बौद्ध विद्वानों ने के.उ.ति.शि.सं. और फाइव कॉलेज कंसोर्टियम, एमहर्स्ट, मैसाचुसेट्स के बीच आदान-प्रदान कार्यक्रमों का नेतृत्व किया है। सन् 1996 में इस कार्यक्रम का विस्तार कर इसमें तस्मानिया विश्वविद्यालय और डीकिन विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया को शामिल किया गया। अन्य अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम भी ओरिएंट फाउंडेशन फॉर आर्ट एंड कल्चर, इंग्लैंड के साथ संचालित हो रहे हैं। मंगोलियाई, बौद्ध और तिब्बती अध्ययन संस्थान, रूस; वोंक वांग डिजिटल यूनिवर्सिटी, दक्षिण कोरिया; ताइवान के लैब्सम बौद्ध कॉलेज संगठन; इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हायर तिब्बती स्टडीज, ऑस्ट्रिया और एमोरी यूनिवर्सिटी, अमेरिका संस्थान की ओर से शीतकालीन सत्र में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए बौद्ध धर्म और तिब्बती अध्ययन पर वार्षिक एक महीने का गहन पाठ्यक्रम आयोजित किया जाता है।

संस्थान में बिहार सरकार के सहयोग से एक महत्वाकांक्षी अनुवाद परियोजना प्रारंभ की गई। विहार स्थित पटना संग्रहालय विलुप्त बौद्ध ग्रंथों के संग्रह की दृष्टि से अत्यन्त मूल्यवान संग्रहालय है। यहाँ महापण्डित राहुल सांकृत्यायन द्वारा तिब्बत से लाये गए महत्वपूर्ण ग्रन्थों को संरक्षित किया गया है। बिहार सरकार के सहयोग से यह परियोजना इन ग्रंथों के अनुवाद के लिए बनाई गई है। इस संग्रह में हजारों ग्रंथ हैं और इसमें कंग्युर और तंग्युर के संग्रह के साथ-साथ तिब्बती गुरुओं के कई संग्रहित कार्य भी सम्मिलित हैं।

उद्देश्य

अध्ययन के क्षेत्र

वे विश्वविद्यालय, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान जिनके साथ संस्थान का सहयोग और विनिमय कार्यक्रम हैं:

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