प्रवेश
सूचना पट्ट
नियम
- इस संस्थान में पूर्व माध्यमा प्रथम वर्ष में प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवारों को आठवीं कक्षा के समकक्ष तिब्बती भाषा के ज्ञान के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से आठवीं कक्षा उत्तीर्ण की शैक्षणिक योग्यता रखनी होगी। उन्हें आठवीं कक्षा के समकक्ष अंग्रेजी या हिंदी का ज्ञान होना भी आवश्यक है।
- योग्य उम्मीदवारों को एक प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। प्रवेश परीक्षा में दो लिखित प्रश्न-पत्र होंगे।
- अंग्रेजी या हिंदी भाषा (उम्मीदवारों द्वारा चुनी जाने वाली एक भाषा), प्रत्येक प्रश्न-पत्र पुस्तिका में उल्लिखित पाठ्यक्रम के अनुसार 100 अंकों और 3 घंटे की अवधि का होगा ।
- प्रवेश परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न-पत्र के लिए उत्तीर्ण अंक 35 होंगे।
- कोई भी उम्मीदवार जो तिब्बती भाषा के प्रश्न-पत्र में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त करता है, लेकिन हिंदी/अंग्रेजी में असफल रहता है, वह हिंदी/अंग्रेजी में अधिकतम 5 अंक तक कृपांक पाने का हकदार होगा।
- केवल वही अभ्यर्थी प्रवेश के पात्र होंगे, जिन्होंने प्रवेश परीक्षा स्पष्ट रूप से उत्तीर्ण की हो।
- प्रवेश के समय प्रत्येक संप्रदाय को 8 छात्रों का कोटा (अंश या हिस्सा) आवंटित किया जाएगा, बोन संप्रदाय में सिर्फ 5 छात्रों को प्रवेश दिया जायेगा ।
- चिकित्सा विद्या और ज्योतिष अनुभागों में से प्रत्येक में 7 छात्रों का कोटा आवंटित किया जाएगा।
- छात्राओं का प्रवेश कन्या छात्रावास में आवास की उपलब्धता पर निर्भर होगा।
- प्रत्येक संप्रदाय और चिकित्सा विद्या और ज्योतिष वर्गों में प्रवेश के लिए चयन पूरी तरह से योग्यता के आधार पर होगा, जो प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों पर आधारित होगा।
- प्रवेश परीक्षा की सामान्य योग्यता-सूची के अनुसार यदि प्रत्येक संप्रदाय या चिकित्सा विद्या या ज्योतिष अनुभाग में आवंटित कोटा में कोई स्थान रिक्त है या हो जाता है, तो उस स्थान को किसी अन्य उम्मीदवार की योग्यता के आधार पर किसी अन्य संप्रदाय या चिकित्सा/ज्योतिष अनुभाग को सौंपा जाएगा ।
- किसी भी वर्ष में छात्रों की कुल संख्या (गैर-छात्रवृत्ति उम्मीदवारों सहित) की संख्या 51 से अधिक नहीं हो सकती है।
- एससी/एसटी और विकलांग उम्मीदवारों का प्रवेश यूजीसी दिशानिर्देशों के अनुसार होगा।
- प्रवेश के उद्देश्य से भिक्षुओं, भिक्षुणियों और सामान्य जनों के साथ समान व्यवहार किया जाता है और प्रवेश पूरी तरह से योग्यता पर आधारित होता है जैसा कि प्रवेश परीक्षा में दर्शाया गया है। हालाँकि, एक उम्मीदवार जो भिक्षु या भिक्षुणी के रूप में संस्थान में शामिल होता है, वह स्नातक होने तक अपने वेश में परिवर्तन नहीं कर सकता है; ऐसा करने वाले छात्र को संस्थान से निष्कासित कर दिया जाएगा।
- प्रवेश पाये छात्रों के प्रवेश को अन्तिम माना जाएगा और सूची जारी होने के पंद्रह दिनों के भीतर उनके मूल स्कूल छोड़ने के प्रमाण पत्र / (स्थानांतरण प्रमाण पत्र), चरित्र प्रमाण पत्र, अंक पत्र आदि जमा करने पर ही अभ्यर्थियों के प्रवेश पुष्टि की जाएगी। जो उम्मीदवार निर्धारित समय के भीतर आवश्यक प्रमाण पत्र/दस्तावेज जमा करने में असमर्थ हैं, उन्हें संबंधित संप्रदाय/अनुभाग के प्रमुख की सिफारिश के साथ कार्यालय में एक आवेदन जमा करना होगा। प्रवेश समिति, मामले की प्रामाणिकता की जांच करने के बाद उम्मीदवार को मूल दस्तावेज जमा करने के लिए निर्दिष्ट अवधि से अतिरिक्त पंद्रह दिन का समय दे सकती है। यदि उम्मीदवार इस निर्धारित अवधि के भीतर भी आवश्यक दस्तावेज जमा करने में असमर्थ है, तो उसका प्रवेश अमान्य माना जाएगा और प्रतीक्षा सूची से अगले उम्मीदवार को प्रवेश का अवसर प्रदान किया जाएगा।
- प्रवेश पाये छात्रों का प्रवेश तब तक अस्थायी माना जाएगा जब तक कि संस्थान के चिकित्सा कर्मियों द्वारा उनकी जांच कर यह प्रमाणित नहीं हो जाता है कि वे स्वस्थ हैं और संस्थान में अपने पाठ्यक्रम में पढ़ने के लिए उपयुक्त हैं।
- अंतिम पुष्टिकरण सूचना, प्रवेश पाये उम्मीदवारों का नाम, माननीय निदेशक कार्यालय से उनके प्रतिनिधि द्वारा अभिविन्यास वार्ता के बाद प्रसारित किया जाएगा।