छात्र जीवन
सूचना पट्ट
छात्र जीवन
परिसर में छात्रों का जीवन विभिन्न जीवंत गतिविधियों से पूर्ण है। छात्रों के कार्यक्रम का लक्ष्य समग्र विकास की दिशा में उत्कृष्टता प्राप्त करना है। संस्थान में ज्ञान की खोज खुशी के मार्ग से होती है। छात्र योग्यतम बनने की अंधी दौड़ में नहीं पड़ते, बल्कि वे सीखते हैं और बेहतर इंसान बनने के लिए और एक साथ विकास पथ पर चलते हैं। छात्रों का कल्याण संस्थान की प्राथमिक चिंता है, जिसे वे विभिन्न धार्मिक कार्यों में स्वयंसेवा, ध्यान और सचेत जीवन जैसी गतिविधियों में संलग्न होकर प्राप्त करते हैं। स्थिरता और सचेतनता संस्थान के छात्रों के जीवन में प्राथमिक महत्व रखती है। छात्र न केवल सांस्कृतिक और समुदाय आधारित गतिविधियों का आनंद लेते हैं, बल्कि वे हर जीवित प्राणी, जैसे कुत्ते, पक्षी आदि की जरूरतों को पूरा करने में भी संलग्न रहते हैं।
यद्यपि केंद्र छात्रों को शिक्षाशास्त्र सिखाने में प्रशिक्षित करने के लिए समर्पित है, फिर भी कक्षा से बाहर का अनुभव उनके समग्र विकास में योगदान देता है। छात्रों को सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों के विभिन्न रूपों का अनुभव मिलता है। कला,रचनात्मकता, जीवित व्यक्ति के आंतरिक लय की अनुभूति है। कलात्मकता परिसर में छात्रों के जीवन का अभिन्न अंग है। वे अपने खाली समय का ईमानदारी से उपयोग करने के लिए गायन, नृत्य, पेंटिंग और शिल्पकला में तल्लीन हो जाते हैं। परिसर में छात्रों का जीवन कला और प्रकृति, दो जीवनदायी शक्तियों से अत्यधिक प्रभावित होता है। छात्रों की ये रचनात्मक, कल्पनाशीलता और अत्यधिक भावनात्मक गतिविधियाँ परिसर के वातावरण में व्यतिगत मूल्यो को उनके हर्षोल्लास से जोड़ती हैं। यह संस्थान के छात्रों की जीवंतता का ही परिणाम है कि वाराणसी के हृदय में हिमालय की महिमा, गतिशीलता और छटा मौजूद है।
युवा छात्र होने के नाते छात्र अपने अधिकारों के प्रति राजनीतिक रूप से भी जागरूक हैं और इसलिए वे स्वयं को एसडब्ल्यूए और एमएमसी जैसे छात्र कल्याण समूहों में सक्रिय भूमिका निभाते है ।ये गतिविधियाँ न केवल छात्रों की जागरूकता एवं जिम्मेदारी की भावना का परिचायक है बल्कि वह अपने छात्र समुदाय की जरूरतों के लिए भी काम करते हैं।